लक्ष्मी विलास होटल के मालिक से CBI अधिकारी बनकर बदमाशों ने 3 लाख रुपए के आभूषण ठगे

दो बदमाशों ने तीन बत्ती चौराहे से किया पीछा, घर के बाहर दिया वारदात को अंजाम

उज्जैन।फ्रीगंज शिव मंदिर के पास स्थित होटल के संचालक से बिना नंबर की बाइक पर सवार होकर आए दो बदमाशों ने सीबीआई अधिकारी बनकर सोने के आभूषण उड़ा दिये। होटल संचालक ने बताया कि बदमाशों ने उनका तीन बत्ती चौराहे से पीछा किया था। नीलगंगा थाने में अज्ञात बदमाशों के खिलाफ 419, 420 के तहत प्रकरण दर्ज कराया जिसके बाद पुलिस ने सीसीटीवी कैमरों की मदद से बदमाशों की तलाश प्रारंभ की है।

संतोष सुखवानी पिता विरूमल 60 वर्ष निवासी संतराम सिंधी कॉलोनी की फ्रीगंज में लक्ष्मी विलास के नाम से होटल है। संतोष सुखवानी ने बताया कि मंगलवार दोपहर को वह अपनी एक्टिवा से घर के लिये रवाना हुए। तीन बत्ती चौराहे पर अज्ञात युवकों ने उन्हें आवाज देकर रोकना चाहा लेकिन वह नहीं रुके तो बाइक सवार युवकों ने उनका पीछा शुरू किया। संतोष सुखवानी दोपहर 1 बजे घर के बाहर एक्टिवा वाहन खड़ा कर रहे थे उसी दौरान बिना नंबर की बाइक से दो बदमाश उनके पास आए। बाइक चलाने वाले युवक ने हेलमेट पहन रखा था जबकि पीछे बैग लेकर बैठे युवक ने मुंह पर कपड़ा बांध रखा था। युवकों ने स्वयं को सीबीआई अधिकारी बताया।

बाइक चलाने वाले ने जेब से आईडी निकालकर दूर से दिखाया और कहा कि इतने आभूषण पहनकर घूम रहे हो तुम्हें पता नहीं फ्रीगंज में मर्डर हो गया है। यह सुनकर संतोष सुखवानी कुछ मिनिट के लिये सकते में आये। इसी दौरान युवकों ने रूमाल निकाला और कहा जेब में रखे रुपये इसमें बांध लो उन्होंने रुपये रूमाल में बांधे तभी दूसरे युवक ने कहा कि सोने के आभूषण भी इसी में बांधों। संतोष सुखवानी ने गले से सोने की दो चैन, हाथ में पहना सोने का ब्रेसलेट और सोने की अंगूठी निकालकर उसी रूमाल में बांधने के लिये युवकों को दी। आभूषण बांधने के दौरान ही बदमाशों ने सोने के आभूषण उड़ा दिये और रुपयों को रूमाल में बांधकर संतोष सुखवानी को लौटा दिया। उन्होंने घर में प्रवेश करते हुए रूमाल खोलकर देखा तो उसमें सोने के आभूषण नहीं थे सिर्फ उन्हीं के 9030 रुपये बंधे थे।

 

पुलिस कैमरों में दिखे बदमाश

संतोष सुखवानी ने बड़े भाई कमलकिशोर को घटना की जानकारी दी और स्वयं भी बदमाशों को तलाशने अपनी एक्टिवा से निकले, लेकिन बदमाशों का सुराग नहीं मिला जिसके बाद शाम करीब 5.20 बजे उन्होंने नीलगंगा थाने पहुंचकर धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज कराया। संतोष सुखवानी ने बताया कि उनके निवास अथवा आसपास के किसी भी मकान में सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं, शहर के प्रमुख चौराहों पर लगे पुलिस के कैमरों में बदमाश दिखे हैं जिनकी तलाश शुरू की गई है।

 

नौकर ने देखा बदमाशों को: 

संतोष सुखवानी ने बताया जब वह घर के बाहर बाइक सवारों से बात कर रहे थे उस समय होटल का नौकर चंद्रबहादुर पिता रामबहादुर घर आया था। उसने बाइक सवार युवकों को देखा भी था, लेकिन मामला समझ नहीं पाया।
सकते में आ गया था: होटल संचालक सुखवानी के अनुसार जब बाइक सवार युवकों ने स्वयं को सीबीआई अधिकारी बताया और फ्रीगंज में मर्डर होने की बात कही तो सकते में आ गया। कुछ समय के लिये दिमाग ने काम करना बंद कर दिया उसी दौरान बदमाशों ने हरकत की और आभूषण उड़ा दिये।

 

आभूषण की कीमत 3 लाख से अधिक

बदमाशों ने संतोष सुखवानी की दो सोने की चैन, एक ब्रेसलेट और एक सोने की अंगूठी उड़ाई जिसकी कीमत 3 लाख रुपये से अधिक बताई जाती है। संतोष सुखवानी ने बताया कि होटल पर सैकड़ों तरह के लोग आते जाते हैं, दुकान से घर लौटते समय जेब में 5-10 हजार रुपये रहते हैं, कभी रास्ते में नहीं रुकते और कल भी बदमाशों ने आवाज दी तो नहीं रुके लेकिन बदमाश पीछा कर घर के बाहर आये और धोखाधड़ी कर दी।

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